एंड्राइड विरुद्ध आईफोन की लड़ाई उतनी ही पुरानी है जितने पुराने ये दोनों प्लेटफॉर्म्स है और ऐसा लगता है ये लड़ाई जल्द खत्म होने वाली भी नहीं है. जब भी कोई नया अपडेट रिलीज़ होता है तो दोनों तरफ के यूज़र्स एक दूसरे को निचा दिखाते है ये कह कर के यह फीचर उनके प्लेटफार्म में पहले से है या उनके दूसरे प्लेटफार्म में उनके प्लेटफार्म वाला यह फीचर नहीं है. और यह लड़ाई प्रतिस्पर्धा काम पॉलिटिक्स ज्यादा लगने लगती है.
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5 ऐसे काम जो सिर्फ एंड्राइड में हो सकते है |
एप्पल एंड्राइड के फीचर्स आइओस में जोड़ता करता रहता है पर फिर भी कुछ काम ऐसे है जो सिर्फ एंड्राइड फ़ोन वाले लोग ही कर सकते है, आईफोन वाले लोगो के लिए यह सब फीचर्स अभी भी एक सपना है. हमने कुछ ऐसे काम चिन्हित करे है जो सिर्फ एंड्राइड फ़ोन पे हो सकते है, निचे उनकी लिस्ट दी गयी है.
5 ऐसे काम जो सिर्फ एंड्राइड में हो सकते है
1. अपनी मर्जी से किसी भी काम के लिए डिफ़ॉल्ट ऐप्प को चुनना
जी हां, एप्पल ने लोगो को आजादी दी है के वो अपनी मर्जी के हिसाब से ईमेल क्लाइंट और वेब ब्राउज़िंग के लिए ऐप्प चुन सकते है, पर रुकिए जरा, इन दो फीचर्स के अलावा भी बहुत से कामो के लिए डिफ़ॉल्ट ऐप्प सेट होती है पर उनमे एप्पल ने आपको आजादी नहीं दी है जबकि एंड्राइड फ़ोन में गूगल ने आपको पूरी आजादी दी है के आप अपनी मर्जी के हिसाब से जो मन करे वो ऐप्प डिफ़ॉल्ट ऐप्प सेट कर सकते है.
अपने हिसाब से डिफ़ॉल्ट ऐप्प सेट करने के लये निचे दिए फाये स्टेप्स फॉलो करे:
- सेटिंग्स (Settings) पर जाये
- ऐप्प्स एंड नोटिफिकेशन्स (Apps & Notifications) पर क्लिक करे
- डिफ़ॉल्ट ऐप्प्स (Default Apps) को टैप करे
- डिफॉल्ट्स को चेंज करने के लिए ऐप्प केटेगरी को सलेक्ट करे जैसे की फ़ोन ऐप्प (Phone app) या ब्राउज़र ऐप्प (Browser app)।
2. बेस्ट वॉइस असिस्टेंट- गूगल असिस्टेंट
एप्पल यूज़र्स के पास सीरी (Siri) है पर एंड्राइड आपको देता है गूगल असिस्टेंट। गूगल असिस्टेंट सीरी या अलेक्सा ही नहीं बल्कि किसी भी और वॉइस असिस्टेंट से काफी अच्छे से काम करता है, पर सबसे अक्छी बात ये है के यह किसी भी रिजल्ट्स के लिए गूगल के काफी बड़े डेटाबेस का यूज़ करता है.
गूगल असिस्टेंट अच्छे से हमारी भाषा को समझ लेता है और इसके गलत होने के चांस बाकि असिस्टेंट के मुकाबले कम है. और यह गूगल सर्च से बहुत अच्छे से रिजल्ट खोज कर के दिखाता है जो के सीरी नहीं कर सकता.
गूगल असिस्टेंट फ़ोन के बाकि फंशन्स के साथ भी काफी अच्छे से कनेक्टेड है, यह आपको ये भी बता सकता है ह के मीटिंग कब है और उस रूट पे ट्रैफिक कैसा है. अगर आपके पास गूगल होम और नेस्ट मिनी जैसे स्मार्ट स्पीकर्स है या कोई और कम्पेटिबल डिवाइस है तो आप उसे भी अच्छे से कण्ट्रोल कर सकते हो.
आईफोन यूज़र्स भी गूगल असिस्टेंट इस्तेमाल कर सकते है पर ये डाउनलोड करना पड़ेगा ककी यह पहले से इंस्टाल कर के नहीं आता आईफोन में और आप इसे डिफ़ॉल्ट ऐप्प भी सेट नहीं कर सकते.
3. स्प्लिट स्क्रीन को उसे कर के दो ऐप्प्स एक साथ चलाना
क्या कभी ऐसा हुआ है आप यूट्यूब देखते हुए किसी को मैसेज करना चाहे और बिना यूट्यूब बंद करे आप किसी को मैसेज कर पाए. आप एंड्राइड में यह सब आसानी से कर सकते है क्युकी स्प्लिट स्क्रीन फीचर आपको 2 काम एक साथ करने की आजादी देता है या यू कहे की 2 एप्पस को एक साथ चलाने की आज़ादी देता है.
आईपैडओएस (iPadOS)आपको स्प्लिट स्क्रीन इस्तेमाल करने का फीचर देता है पर यह फीचर आईफोन में नहीं है, जबककी एंड्राइड में यह फीचर 2016 से जब एंड्राइड 7.0 आया था. आप स्प्लिट स्क्रीन के साइज को अपने हिसाब से काम और ज्यादा कर सकते है.
4. अपने हिसाब से कस्टमाइज करना
लॉन्चर्स आपको अपनी तरीके से फ़ोन की होम स्क्रीन स्क्रीन से इंटरैक्ट करने फीचर प्रदान करते है. आप चाहे तो अपनी पसंद के हिसाब से अपने ऐप्प ड्रावर को सेलेक्ट कर सकते है या ऐप्प इकॉन्स को चेंज कर सकते है. लांचर की मदद से आप अपने फोने का लुक और बिहैवियर चेंज कर सकते है जिससे यह पर्सनल सा टच लगने लगता है.
लाइव वालपेपर्स की मदद से आप बिना कुछ करे रोज अपनी होम स्क्रीन और लॉक स्क्रीन पर अलग अलग केटेगरी के नए नए वालपेपर्स पा सकते है, जिससे आपको रोज अपने फ़ोन में कुछ नयेपन का फील आएगा.
अपनी पसंद की विजेट्स को ऐड कर के आप अपनी होम स्क्रीन को और भी प्रोडक्टिव बना सकते है. आपको जैसा अच्छा लगे वो ऐप्प वहा रखे.
5. स्टाइलस का यूज़
एप्पल के साथ आपको एप्पल पेंसिल मिलती है पर यह आपको सिर्फ आईपैड में काम करने की काबिलियत देती है. आप एप्पल पेंसिल का इस्तेमाल आईफोन में नहीं कर सकते. एंड्राइड में भी सभी फ़ोन स्टाइलस को सपोर्ट नहीं करते पर फिर भी आपके पास एंड्राइड में ऑप्शन है के आप ऐसा फ़ोन ख़रीदे जो स्टाइलस को सपोर्ट करते हो जैसे की सैमसंग गैलेक्सी नोट 20 (Samsung Galaxy Note 20), गैलेक्सी एस21 अल्ट्रा (Galaxy S21 Ultra) और मोटो जी स्टाइलस (Moto G Stylus).
स्टाइलस के इनबिल्ट सपोर्ट का मतलब है आप काफी बारीकी से नोट्स बना सकते है, स्केचेस ड्रा कर सकते है या अच्छे से किसी फोटो को एडिट कर सकते है.
स्टाइलस सपोर्ट के मामले में सैमसंग सबसे आगे है और इसके काफी सारे फ्लैगशिप फ़ोन्स स्टाइलस को सपोर्ट करते है और सैमसंग की सफलता को देखते हुए लगता है के काफी और भी एंड्राइड फ़ोन मेकर्स स्टाइलस सपोर्ट फ़ोन्स के साथ आएंगे जैसे मोटोरोला ने मोटो जी स्टाइलस के साथ पहल की.
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अगर आपके इस पोस्ट को ले कर कुछ सुझाव है तो कमेंट में बता सकते है और अगर आप कुछ ऐसे काम भी जानना चाहते है जो सिर्फ आईफोन यूज़र्स ही कर सकते है एंड्राइड यूज़र्स नहीं तो कृपया हमें कमेंट में बताये, हम इस टॉपिक पे भी एक पोस्ट तैयार करेंगे।
धन्यवाद
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